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9th class biology chapter 6 | 9 class biology खाद्य संसाधन पशु | 9th class science chapter 6



1. किन्हीं दो श्रमिक पशुओं के नाम लिखें।

उत्तर : बैल, ऊँट।

2. किन्हीं दो दुग्ध-उत्पादक पशुओं के नाम लिखें।

उत्तर : गाय, भैंस |

3. जंतु भोजन-उत्पादों का नाम लिखें।

उत्तर : दूध, माँस, अंडा, मछली, मधु ।

4. हरा चारा की प्रमुख किस्में कौन-कौन हैं?

उत्तर : नेपियर, गिनी घास, रोड्स, सूडान

5. कुक्कुटों के विभिन्न आहारों के नाम लिखें।

उत्तर : अनाज, मिश्रीत, बोनमील।

6. एक अच्छे पशु आवास को दो विशेषताएँ लिखें।

उत्तर : साफ सुथरा एवं स्वास्थ्यक पशु आवास।

7. मुर्गियों में वायरस से होनेवाले दो रोगों के नाम लिखें।

उत्तर : हैजा, रानी खेत।

8. संकर नस्ल की दो गायों का नाम लिखें।

उत्तर : करन स्विस, करन फ्राइस।

9. वकरियों की दो प्रजातियों का नाम लिखें।

उत्तर : नागपुरी, सुर्ती

10. उन्नत नस्ल की दो विदेशी प्रजातियों की मुर्गियों के नाम लिखें।

उत्तर : ILS-82, B-77

11. मछली के अतिरिक्त किन्हीं ऐसे दो जंतु खाद्य पदार्थों के नाम लिखें, जो जल से प्राप्त होते हैं।

उत्तर : झींगा, महाचिंगट।

12. मधुमक्खी से प्राप्त दो उत्पादों के नाम लिखें।

उत्तर : मधु, मोम।

13. मधुमक्खी के छत्ते में रहनेवाली तीन प्रकार की जातियाँ (castes) कौन-कौन-सी हैं ?

उत्तर : रानी, नर, श्रमिक।

14. मधुमक्खी अपने भोजन के लिए फूलों से क्या लेती है?

उत्तर : परागकण, मकरद।

15. विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत पालतू पशुओं से संबंधित पक्षों का अध्ययन होता है, क्या कहलाता है ?

उत्तर : पशुपालन।

16. हमारे देश में एक गाय प्रतिवर्ष औसतन कितना दूध देती है ?

उत्तर : 3500 लीटर।

17. हमारे देश में प्रति व्यक्ति भोजन के रूप में मांस की वार्षिक खपत कितनी है?

उत्तर : 131 ग्राम।

18. खरगोश के किस नस्ल से अच्छे किस्म के ऊन प्राप्त किए जाते हैं?

उत्तर : अंगोरा किस्म के खरगोशों।

19. गाय बच्चे जनने के बाद जिस सीमित काल के लिए दूध देती है, वह काल क्या कहलाता है ?

उत्तर : दुग्ध स्राव काल।

20. हरियाणा राज्य के जिस संस्थान में अधिक दूध देनेवाली गायों की संकर नस्लें विकसित की गई हैं, उनके नाम क्या हैं?

उत्तर : करण स्विस, करन फ्राइस |

21. उच्च-उत्पादन क्षमतावाली भैंसें मेहसाना तथा सुर्ती सामान्यत: हमारे देश के किस राज्य में पाई जाती हैं?

उत्तर : गुजरात में।

22. पशुओं में कृत्रिम विधि से वीर्य को मादा के योनि में प्रविष्ट कराना क्या कहलाता है?

उत्तर : कृत्रिम वीर्य सेचन।

23. उन्नत नस्ल के पशुओं के वीर्यों का संग्रह किए जानेवाले संस्थान क्या कहलाते हैं ?

उत्तर : वीर्य संचयन केंद्र।

24. पशुओं में परिरक्षित वीर्य को मादा की योनि में सूई से प्रविष्ट कराकर अंडे को निषेचित करने की विधि क्या कहलाता है ?

उत्तर : कृत्रिम गर्भाधान।

25. पशुधनों को दिए जानेवाले हरे चारा के किन्हीं दो किस्मों के नाम लिखें।

उत्तर : हाथी घास, सूडान घास।

26. पशुधनों में वैक्टीरिया से होनेवाले किन्हीं दो रोगों के नाम लिखें।

उत्तर : क्षय रोग, ज्वर।

27. आर्थिक लाभ के कुक्कुटों का पालन क्या कहलाता है ?

उत्तर : कुक्कुट पालन।

28. अधिक माँस के उत्पादन के उद्देश्य से मुर्गियों के कौन-से नस्ल का सामान्यत: पालन किया।

उत्तर : बौलर।

29. बड़े आकार की ज्यादा संख्या में अंडे देनेवाली मुर्गियों की कोई दो नस्लों के नाम लिखें।

उत्तर : लेयर, व्हाइट लेगहॉर्न।

30. मुर्गियों के अतिरिक्त अंडे प्राप्त करने के लिए कुक्कुटों के कौन-कौन से प्रकार का पालन किया जाता है ?

उत्तर : लेयर।

31. हमारे देश में स्थित ऐसे दो स्थानों के नाम वताएँ जहाँ राष्ट्रीय कुक्कुट-प्रजनन फार्म चलाए जा रहे हैं ?

उत्तर :

32. मुर्गीपालकों को कुल लागत खर्च का करीब कितने प्रतिशत मुर्गियों की खुराक पर खर्च करना चाहिए?

उत्तर : 70%

33. कुक्कुटों को होनेवाले एक संक्रामक रोग का नाम लिखें।

उत्तर : रानी खेत

34. विज्ञान की वह शाखा जिसका संबंध मछली उद्योग से है, क्या कहलाता है ?

उत्तर : मत्स्यकी ।

35. मत्स्यकी के अंतर्गत मछलियों के अतिरिक्त पाले जानेवाले किन्हीं दो जंतुओं के नाम लिखें।

उत्तर : झिंगा, महाचिंगट।

36. जलीय पौधों तथा जलीय जंतुओं का पालन करना क्या कहलाता है?

उत्तर : जलीय संवर्धन

37. कुल मछली-उत्पादन के क्षेत्र में भारत का पूरे विश्व में कौन-सा स्थान है ?

उत्तर : सातवाँ।

38. समुद्री मछलियों तथा कवचीय मछलियों का उत्पादन एवं संवर्द्धन किस कार्यक्रम के अंतर्गत किया जाता है ?

उत्तर : जलीय संवर्धन।

39. आर्थिक महत्त्व वाली किन्हीं तीन प्रकार के समुद्री मछलियों के नाम बताएँ।

उत्तर : सार्डीन, टूना, हिलसा।

40. संवर्द्धित मोतियों का उत्पादन किस जलीय जंतु की सहायता से किया जाता है ?

उत्तर : सीप

41. मछलियों के कई प्रजातियों का एक ही तालाब में एक ही समय किए जानेवाला संवर्द्धन क्या कहलाता है?

उत्तर : अंत: स्थली मत्स्यकी।

42. मछलियों में पिट्यूटरी हॉर्मोन की सूई लगाकर युग्मक प्राप्त करने की विधि क्या कहलाती है?

उत्तर : स्पॉनिंग।

43. मधुमक्खीपालन के लिए व्यवहार में आनेवाले बक्से क्या कहलाते हैं?

उत्तर : मधुपेटिका।

* लघु उत्तरीय प्रश्न

1. पशुपालन की परिभाषा दें।

उत्तर : पशुपालन विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अंतर्गत पालतू पशुओं के भोजन, आवास स्वास्थ्य, प्रजनन आदि पक्षों का अध्ययन किया जाता है।

2. उपयोगिता के आधार पर पालतू पशुओं के वर्गों का उदाहरणके साथ उल्लेख करें।

उत्तर : उपयोगिता के आधार पर पालतू पशुओं के निम्नलिखित वर्ग है

(क) दूध-उत्पादक पशु-गाय एवं भैंस।

(ख) अंडे एवं कुक्कुट माँस-उत्पादक मुर्गी (लेयर एवं ब्रौलर)

(ग) माँस-उत्पादक पशु- भेड़ बकरी एवं सुअर

(घ) कृषि-कार्य हेतु पशु-बैल, साँढ़, ऊँट, खच्चर।

(ङ) ऊन-उत्पादक पशु-भेड़, अंगोरा किस्म के खरगोश।

3. पशुपालन के अध्ययन के किन-किन क्षेत्रों में सुधार लाया जा सकता है?

उत्तर: पशुपालन के अध्ययन से दुग्ध-उत्पादन, मॉस-उत्पादन, अंडा-उत्पादन, मछली-उत्पादन, ऊन-उत्पादन के क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने के अलावे पालतू पशुओं की कार्य-क्षमता बढ़ाई जा सकती है।

4. भारतीय गायों एवं गैसों की प्रमुख प्रजातियाँ कौन-कौन-सी हैं?

उत्तर : भारतीय गायों की प्रमुख प्रजातियाँ हैं— साहीवाल, गीर, रेडसिंधी, थर्पाकर तथा हरयानवी तथा भारतीय भैसों की प्रमुख प्रजातियाँ- नागपुरी, सुर्ती, नीली-रवि, मेहसाना तथा जाफराबादी हैं।

5. रुक्षांश क्या हैं? ये पशुओं को कैसे प्राप्त होते हैं?

उत्तर : पशुधन के आहार में प्रयुक्त मोटा चारा जो प्राय: रेशेदार होते हैं, रुक्षांश कहलाते हैं। ये ज्वार, बाजरा, रागि, मकई, बरसीम, लूसर्न एवं लोबिया जैसे चारा द्वारा प्राप्त होते हैं। इनमें पोषक तत्त्व अपेक्षाकृत कम होते हैं, लेकिन आहारनाल के समुचित कार्य हेतु आहार में इनकी उचित मात्रा होना अनिवार्य है।

6. हमारे देश में दूध का औसत उत्पादन कम होने का क्या कारण है ?

उत्तर : हमारे देश में दूध का औसत उत्पाद कम होने के निम्नलिखित कारण हैं--(i) आहार का निम्न स्तर होना। (ii) उन्नत नस्लों के दुधारू पशुओं का अभाव होना। (iii) हरा चारा एवं अन्य पौष्टिक खाद्यान्न की कमी होना। (iv) देशी नस्ल का दूध-उत्पादन में निम्न स्तरीय होना।

7. दूधारू पशुओं को रोगाणुओं से होनेवाले प्रमुख रोगों तथा उनके लक्षणों का उल्लेख करें।

उत्तर : इसे निम्नलिखित तालिका द्वारा दर्शाया जा सकता है

8. कृत्रिम वीयेसेचन के लाभ क्या हैं?

उत्तर : कृत्रिम वीर्यसेचन के निम्नलिखित लाभ हैं- (i) अधिक उत्पादनवाले उच्च नस्लों के पशुओं (दुधारू गाय, भैस, मुर्गियाँ) के विकास में। (ii) पशुओं के प्रजनन को सुगम एवं सस्ती विधि है। (iii) परिरक्षित वीर्य को सुगमता से एक स्थान से सुदूर स्थानों पर ले जाने में सुविधा । (iv) उन्नत नस्ल का परिरक्षित वीर्य सालोभर हर जगह पर उपलब्धता। (v) इस विधि में विदेशों से उन्नत नस्लों के वीर्य आयात कर देशी पशुओं का नस्ल-सुधार किया जाता है।

9. अंडे देनेवाली मुर्गियों का आहार कैसा होना चाहिए?

उत्तर : अंडे देनेवाली मुर्गियों के संतुलित आहार में काबोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, खनिज, के विटामिन तथा शुद्ध जल की उचित मात्रा होनी चाहिए। कार्बोहाइड्रेट के लिए विभिन्न प्रकार के महीन दले अनाज; जैसे चावल, चावल की भूसी, गेहूँ, चोकर, मक्का, बाजरा, मूँगफली की खली आदि देना चाहिए।

प्रोटीन हेतु दलहन, दूध या दूध से बने पदार्थ, माँस-मछली के बारीक कटे टुकड़े, मृत कैटरपीलर आदि देना चाहिए। विटामिन के खुराक में विटामिन A की आवश्यकता की पूर्ति हेतु आहार में महीन कटी साग-सब्जी देना चाहिए।

10. हमारे देश में अधिक दूध देनेवाली संकर नस्ल की तीन गायों का नाम लिखें। इन्हें किन-किन नस्लों के संकरण से विकसित किया गया है ?

उत्तर : हमारे देश में उन्नत नस्ल की अधिक दूध देनेवाली गायों की तीन संकर नस्लें एवं उनके संकरण कराई गई नस्लों के नाम निम्नवत हैं-

(i) करन स्विस – भारतीय नस्ल साहीवाल एवं स्वीट्जरलैंड की नस्ल ब्राउन स्विस से विकसित नस्ल

(ii) करन फ्राइस-विकसित नस्ल—भारतीय नस्ल थर्पाकर तथा हॉलैंड की प्रजाति हॉल्सटाइन-फ्रीसिऑन से

(iii) फ्रिसवाल-भारतीय नस्ल साहीवाल तथा हॉलैंड की नस्ल टॉल्सटाइन-फ्रीसिऑन से विकसित नस्ल

11. हमारे देश में औसतन दूध उत्पादन कम होने के क्या कारण हैं?

उत्तर : इसके कारण इस प्रकार हैं- (i) निम्न स्तरीय आहार (ii) पौष्टिक चारे एवं खाद्यान्न की कमी (iii) उन्नत नस्लों के दुधारू पशुओं का अभाव।

12. हमारे देश में विकसित की गई संकर नस्ल की मुर्गियों कौन-कौन-सी हैं? इनकीयविशेषताओं का उल्लेख करें।

उत्तर : हमारे देश में विकसित की गई संकर नस्ल की मुर्गियाँ एवं उनकी विशेषताएँ निम्नवत हैं-

(i) ILS-82 तथा B-77 - तकरीबन 200 अंडे प्रति वर्ष देती हैं तथा इनकी खुराक भी देशी नस्ल की मुर्गियों से कम है। ये शीघ्र परिपक्व हो जाती हैं तथा इनकी मृत्यु-दर भी कम होती है।

(ii) HH-260- इनसे प्रतिवर्ष 260 अंडे प्राप्त होते हैं एवं सभी संकर-नस्लों की मुर्गियों में रोग निरोधक क्षमता देशी नस्ल की अपेक्षा अधिक होती हैं। इनकी शरीर-वृद्धिदर तेज होने के कारण इनसे ज्यादा माँस प्राप्त होता है।

13. लेअर तथा व्रौलर मुर्गियों की क्या विशेषताएँ हैं?

उत्तर : कुक्कुट पालन में अंडे प्राप्त करने के उद्देश्य से पाले जानेवाली मुर्गियाँ लेयर कहलाती हैं एवं अधिक माँस प्राप्त करने के उद्देश्य से पाले जानेवाली मुर्गियों ब्रौलर कहलाती हैं।

14. मिश्रित मछली संवर्धन क्या है ?

उत्तर : मृदुजलीय मछली-उत्पादन में वृद्धि के उद्देश्य से अपनाई गई मछली संवर्धन की वह विधि जिसमें कई प्रजातियों की मछलियों का संवर्धन एक तालाब में एक ही समय किया जाता है, तो उसे मिश्रित मछली संवर्धन कहते हैं। उदाहरण के लिए कतला, रोहू, मृगल, कॉमन कार्य तथा ग्रास कार्य का संवर्धन एक ही तालाब में, एक ही समय सफलतापूर्वक किया जा सकता है।

15. व्यावसायिक दृष्टिकोण से मधुमक्खियों की चार प्रजातियाँ कौन-कौन-सी हैं?

उत्तर : व्यावसायिक स्तर पर मधु-उत्पादन के लिए मधुमक्खियों की चार प्रजातियाँ निम्नवत हैं-

(i) सामान्य भारतीय मधुमक्खी- -एपिस सेरना इंडिका

(ii) शैल मधुमक्खी - एपिस डोरसेटा।

(iii) लिटिल मधुमक्खी – एपिस फ्लोरी।

(iv) इटली मधुमक्खी - एपिस मेलीफरा।

16. कार्यकर्ता या सेवक मधुमक्खियाँ शहद का निर्माण कैसे करती हैं ?

उत्तर : कार्यकर्ता मधुमक्खी (workers) द्वारा एकत्र किए गए परागकण तथा मकरंद जब इनके आहारनाल में पहुँचते हैं तो इनमें कई प्रकार के जीव-रासायनिक परिवर्तनों के बाद शहद का निर्माण होता है।

17. मधुमोम हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी है?

उत्तर : मधुमोम हमारे लिए निम्नांकित कई प्रकार से उपयोगी होता है - (i) इनका उपयोग प्रसाधन सामग्री तैयार करने में होता है। (ii) मोमबत्ती-निर्माण में उपयोग होता है। (iii) विभिन्न प्रकार के पॉलिश तथा दाढ़ी बनाने के उपयोग में आनेवाले क्रीम के उत्पादन में इनका उपयोग किया जाता है।


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Physics (भौतिकी)

Chapter 1 विज्ञान और मापन   Click here!

Chapter 2 गति और विराम  Click here!

Chapter 3 बल तथा गति के नियम   Click here!

Chapter 4 गुरुत्वाकर्षण   Click here!

Chapter 5 कार्य ऊर्जा और शक्ति  Click here!

Chapter 6 ध्वनि (Sound) Click here!


Chemistry (रसायन)

Chapter 1 हमारे परिवेश के पदार्थ  click here!

Chapter 2 पदार्थ का वर्गीकरण  Click here!

Chapter 3 परमाणु अणु और आयन  Click here!

Chapter 4 परमाणु संरचना  Click here!

Chapter 5 प्राकृतिक संसाधन  Click here!


Biology (जीव विज्ञान)

1. कोशिका जीवन की आधारभूत इकाई  Click here!

Chapter 2. उत्तक  Click here!

Chapter 3. जीवो में विविधता  Click here!

Chapter 4. स्वास्थ्य एवं रोग  Click here!

Chapter 5. खाद संसाधन पौधे Click here!

Chapter 6. खाद संसाधन पशु  Click here!


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