6. आदिवासी समाज और उपनिवेशवाद
* आदिवासियों के पूजा स्थल को सारना स्थल के नाम से जाना जाता था।
* जनजातियों की अर्थव्यवस्था मुख्यतः शिकार, खाद्य संकलन, मछलीमारण, पशुचारण, स्थानान्तरण कृषि, स्थायी कृषि, दस्तकारी कर्म तथा श्रम पर आधारित है।
* ओपनिवेशिक काल की खेती में तेजी से फैलाव आया |
* वनों की कटाई की प्रक्रिया को 'वननाशन' कहते हैं।
* ब्रिटिश सरकार ने सन् 1864 ई० में सर डायट्रिच ब्रेडिंस की नियुक्ति भारतीय बन के प्रधान निरीक्षक इन्सपेक्टर जनरल ऑफ फारेस्टस इन इंडिया के रूप में किया।
* 1865 ई० में प्रथम वन अधिनियम लागू हुआ ।
* 1906 ई० में “इम्पीरियल फारेस्ट रिसर्च इन्स्टीच्यूट” की स्थापना देहरादून में हुई ।
* झूम खेती को घुमन्तु खेती या स्थानान्तरण खेती भी कहा जाता है। प्राचीन काल”से आदिवासी समाज समुदाय या समूह में रहता आया है।
* आदिवासी का शब्दिक अर्थ ही है जो आदि से हैं यानी कि जो यहाँ के असली निवासी हैं।
* अठारहवीं सदी के उठाार्द्ध में उत्तर-पूर्व तथा मध्य भारत के अधिकारी आदिवासी क्षेत्र अंग्रेजों द्वारा अधिग्रहित कर लिए गये।
History कुछ प्रमुख बिंदु एवं समरणीय तथ्य
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