3. बल तथा गति के नियम
* किसी वस्तु का वह स्वाभाविक गुण जिस गुण के कारण वह वस्तु विराम की अवस्था अथवा एक समान गति की अवस्था को बनाए रखना चाहती है, जड़त्व कहलाती है।
* धक्का या खिंचाव को बल कहते हैं जो किसी वस्तु पर लगाकर उसके स्थान को बदलता है या बदलने की चेष्टा करता है।
* बल एक सदिश राशि है जिसका SI मात्रक न्यूटन होता है।
* 1 N= 10^5 dyne
* गैलीलियो ऐसे वैज्ञानिक थे जिन्होंने बल के बारे में जानकारी दी।
* जड़त्व का S.I. मात्रक द्रव्यमान के मात्रक के समान होता है अर्थात् किलोग्राम (kg)
* किसी पिण्ड पर क्रियाशील अनेक बलों का परिणामी बल (resultant force) शून्य हो तो उसे संतुलित बल कहा जाता है।
* किसी वस्तु के द्रव्यमान एवं वेग के गुणनफल को संवेग कहते हैं।
* संवेग सदिश राशि है तथा इसका SI मात्रक kg m/sec होता है।
* यदि किसी निकाय पर कोई बाहरी बल कार्य न करे तो उसका कुल संवेग अचर रहता है। इसे ही संवेग संरक्षण का सिद्धांत कहते हैं।
* प्रत्येक क्रिया के बराबर एवं विपरीत प्रतिक्रिया होती है।
* 1 किलोग्राम (kg) के द्रव्यमान की वस्तु पर 1 m/sec² का त्वरण उत्पन्न करने के लिए आवश्यक बल को 1 N कहते हैं।
भौतिकी कुछ प्रमुख बिंदु एवं समरणीय तथ्य
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