1. मापन
* किसी भौतिक राशि के लिए निश्चित रूप से दो चीजें बताई जानी चाहिए–(i) परिमाण और (ii) इकाई / मात्रक ।
* अलग-अलग समय पर विभिन्न देशों में इकाइयों की अलग-अलग पद्धतियाँ प्रचलन में आयी।
* F.P.S. पद्धति में लम्बाई, भार (या बल) तथा समय की इकाइयाँ फुट, पौंड एवं सेकंड है।
* C.G.S. पद्धति में लम्बाई, द्रव्यमान एवं समय की इकाई क्रमशः सेन्टीमीटर, ग्राम एवं सेकंड है।
* मीट्रिक पद्धति में द्रव्यमान, लम्बाई तथा आयतन की इकाई ग्राम, मीटर एवं लीटर है। M.K.S. पद्धति में लम्बाई, द्रव्यमान एवं समय की इकाई मीटर, किलोग्राम एवं सेकंड है।
* आज की तिथि में सारे वैज्ञानिक कार्यों के लिए पूरी दुनिया में SI मात्रक इस्तेमाल किए जाते हैं।
* विभिन्न भौतिक राशियों के लिए मानक इकाई तय करने और परिभाषित करने की जिम्मेवारी CGPM की है।
* कम-से-कम संख्या में ली गई ऐसी भौतिक राशियाँ, जिनके मात्रकों के पद में दूसरे बाकी बची हुई सारी भौतिक राशियों का मात्रक बताया जाता है, मूल भौतिक राशियाँ कहलाती हैं। अन्य भौतिक राशियाँ व्युत्पन्न राशियाँ कहलाती हैं।
* S.I. मात्रक में सात भौतिक राशियाँ-लम्बाई, द्रव्यमान, समय, पदार्थ की मात्रा, ताप, विद्युत धारा एवं ज्योति तीव्रता, मूल भौतिक राशियों की तरह इस्तेमाल की जाती हैं।
* दो अन्य भौतिक राशियाँ-समतल कोण एवं घन कोण सम्पूरक राशियाँ कहलाती है।
* भारतवर्ष में CGPM द्वारा परिभाषित इकाइयों को द्वितीयक इकाइयाँ उत्पादित करने तथा इनके मानक मापदण्डों को बनाए रखने की जिम्मेवारी नेशनल फिजिकल लेबोरेट्री, नयी दिल्ली को है।
भौतिकी कुछ प्रमुख बिंदु एवं समरणीय तथ्य
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