2. गति
* जब कोई वस्तु समय के साथ स्थान नहीं बदलता है तो उसे विराम में कहा जाता है।
* जब कोई वस्तु समय के साथ निश्चित बिन्दु के सापेक्ष अपना स्थान बदलता है तो उसे गति में कहा जाता है।
* विराम एवं गति परस्पर सापेक्षिक (relative) है।
* ऐसी राशि जिसमें केवल परिमाण (magnitude) हो अदिश राशि कहलाते है तथा वे राशि जिसमें परिमाण एवं दिशा दोनों हो सदिश राशि कहलाती है।
* किसी गतिशील वस्तु द्वारा तय किए रास्ते की वास्तविक लम्बाई को दूरी कहते हैं। यह अदिश राशि है।
* निश्चित दिशा में वस्तु द्वारा तय की गयी दूरी विस्थापन कहलाती है। यह सदिश राशि है।
* इकाई समय में तय की गयी दूरी को चाल कहते हैं।
* इकाई समय में तय किया गया विस्थापन वेग कहलाता है।
* जब कोई वस्तु समान समयांतराल में समान दूरी तय करती है तो उसे एक समान गति में समझा जाता है। इसका ग्राफ एक सरल रेखा होती है
* जब कोई वस्तु समान समयांतराल में असमान दूरी तय करती है तो उसे असमान गति में समझा जाता है।
* वेग में परिवर्तन की दर को त्वरण कहते हैं। यह सदिश राशि है।
* ऋणात्मक त्वरण को मंदन कहते हैं।
* ऐसी युक्ति जो दूरी को मापता है ओडोमीटर कहलाती है।
* ऐसी युक्ति जो तात्क्षणिक चाल को मापता है स्पीडोमीटर कहलाता है।
* ग्राफ के द्वारा वस्तुओं के समान गति एवं असमान गति को दर्शाया जाता है।
* गति समीकरण (i) v = u + at
(ii) s = ut +½at²
(iii) v²=u² + 2as
जहाँ u = प्रारंभिक वेग, v = अंतिम वेग, a = त्वरण, t= समय, s = दूरी को दर्शाता है।
* जब कोई वस्तु वृत्तीय पथ पर एकसमान चाल से चलती है तो उसे एकसमान वृत्तीय गति कहा जाता है।
* वृत्त की त्रिज्या के समान लंबाई के चाप द्वारा उस वृत्त के केन्द्र पर बनाए गए कोण को 1 रेडियन कहते हैं।
1 radian = 57.3°
भौतिकी कुछ प्रमुख बिंदु एवं समरणीय तथ्य
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