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9 physics chapter 4

 


4. गुरुत्वाकर्षण

* न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के नियम को सार्वत्रिक नियम (Universal Law of Gravitation) कहा जाता है।

* गुरुत्वाकर्षणीय नियतांक (G) का SI मात्रक Nm² kg -² होता है।

* केप्लर के तृतीय नियम से t² a t³ होता है।

* पृथ्वी की सतह पर गुरुत्वीय त्वरण का व्यंजक g =Gm/r² होता है तथा g का मान 9.8 m/sec² होता है।

* पृथ्वी के केन्द्र पर g का मान शून्य होता है।

* गुरुत्वीय बल का मान ध्रुव से विषुवत रेखा की ओर घटता जाता है।

* किसी वस्तु का भार वह बल है जिससे पृथ्वी किसी वस्तु को केन्द्र की ओर खींचती है।

* भार एक सदिश राशि है तथा इसका SI मात्रक न्यूटन (N) होता है।

* किसी वस्तु का भार चन्द्रमा पर पृथ्वी की तुलना में 1/6 गुना होता है।

* 1 किलोग्राम भार (kg wt) = 9.8 N

* प्रति इकाई क्षेत्रफल पर लगने वाले, बल को दाब कहते हैं। दाब अदिश राशि है इसका SI मात्रक N/m² होता है जिसे पास्कल कहते हैं।

* किसी सतह पर लंबवत् लगने वाले कुल बल को प्रणोद कहते हैं।

* किसी भी बंद द्रव के अन्दर किसी भी भाग पर आरोपित दाब द्रव के प्रत्येक भाग में समान रूप से संचारित होता है। इसे पास्कल का नियम कहते हैं।

* जब किसी ठोस वस्तु को किसी द्रव या गैस में पूर्णतः या अंशतः डुबाया जाता है तो उसके भार में एक प्रत्यक्ष कमी आ जाती है जो ठोस वस्तु द्वारा विस्थापित द्रव या गैस के भार के बराबर होता है। इसे आर्किमीडिज का सिद्धांत कहते हैं।

* घनत्व =द्रव्यमान /आयतन ; SI मात्रक = kg/m³ होता है।

भौतिकी कुछ प्रमुख बिंदु एवं समरणीय तथ्य

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